भारत में इन्टरनेट की  दशा (ऑरकुट कल्चर)
वैसे तो इस बात से जरा भी इनकार नहीं किया जा सकता है कि आज दुनिया इन्टरनेट की तकनीक पर पूरी तरह आधारित हो चुकी है,साथ ही इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता है कि यह तकनीक मानव सभ्यता के विकास की सबसे बड़ी और महत्वपूर्ण तकनीक है,पर..........निश्चित तौर पर भारत में इसकी स्थिति दिग्भ्रमित युवाओं ने खासी बिगाड़ कर रख दी है.

आंकडे क्या कहते हैं?
२००९ के दूसरे तिमाही खत्म होने पर इकट्ठे किये गए आंकडे बताते हैं कि-पूरी दुनिया में इन्टरनेट यूजर्स कि संख्यां १,६६,८८,७०,४०८ तक पहुँच गई है,यानी पूरी जनसंख्याँ का २४.७% (जबकि दुनिया की पूरी आबादी ६ अरब ७६ करोड़ थी),जिसमे से सिर्फ एशिया में इन्टरनेट यूजर्स का प्रतिशत ४२.२ है,यानी ७०४,२१३,९०३.बाकी ५७.८% में पूरी दुनिया यानी जन्मदाता अमेरिका सहित जहाँ दुनिया के २४.९% लोग तथा अमेरिकी जनसंख्याँ का सिर्फ १३.७% यानी ९२७,४९४,२९९ इन्टरनेट यूजर्स हैं.
  जहाँ तक भारत की बात है, इन्टरनेट के प्रयोग में एशिया में इसका स्थान चाइना और जापान के बाद तीसरा है. चाइना में ३३ करोड़ ८० लाख,जापान में ९ करोड़ ४० लाख तथा भारत में ८ करोड़ १० लाख यूजर्स हैं,जबकि भारत की अनुमानित जनसंख्याँ १ अरब १५ करोड़  है,यानी भारत जैसे विकासशील देश की आबादी का लगभग ७% लोग इन्टरनेट का प्रयोग करते हैं.यहाँ एक बात ध्यान देने वाली है कि अमेरिका जैसे अति विकसित तथा जन्मदाता देश में आबादी का १३.७% लोग इन्टरनेट का प्रयोग करते हैं.अब ये कहा जा सकता है कि इन्टरनेट के प्रयोग में भारत बहुत आगे तथा काफी आकर्षित है.(आंकडे internetworldstats .com के रिपोर्ट पर आधारित).

क्या करते है भारत के लोग इन्टरनेट पर?
काफी चौंकाने वाले तथ्य सामने आ सकते हैं,अगर इसकी गहन छानबीन की जाय.
यहाँ ब्रोडबैंड यूजर्स की संख्यां जून २००९ के अनुसार ५२ लाख ८० हजार है...यानी फास्ट इन्टरनेट.१६ नवम्बर २००९ के आंकडो पर यदि गौर करें तो भारत के लोग निम्नलिखित वेब साइटों पर वरीयता के आधार पर समय व्यतीत/बर्बाद करते हैं:
१.गूगल इंडिया
२.गूगल
३.याहू
४.फेसबुक
५.ऑरकुट
६.ब्लॉगर
७.यु ट्यूब
८.रीडिफ़
९.विकिपीडिया
१०.इंडिया टाइम्स
     इन वेब साइटों पर किये जाने वाले कार्यों पर अगर दृष्टिपात करें तो इनमे से गूगल,याहू,रीडिफ़  सर्च इंजन,ईमेल,आंसर्स,न्यूज़,मैप तथा अन्य उपयोगी कार्यों के लिए प्रयोग किये जा सकते हैं.ब्लॉगर एक उपयोगी ऑनलाइन डायरी माना जाता है.विकिपीडिया व इंडिया टाइम्स  ज्ञान का उपयोगी भण्डार है.यू ट्यूब ज्ञान व मनोरंजन दोनों प्राप्त करने के लिए प्रयोग किया जा सकता है.
   अब ऊपर की सूची में बचते है दो वेब साईट: पहला फेसबुक तथा दूसरा ऑरकुट.क्या होता है ज्यादातर इन दोनों वेब साइटों पर,आइये जानते हैं.........
  फेसबुक तथा ऑरकुट सोशल नेट वर्किंग साइट्स हैं,साधारण भाषा में यहाँ फ्रेंड्स बनाये जाते हैं.फेसबुक का प्रयोग अमेरिका में ३०% लोग करते हैं और भारत में ४% लोग.भारत के लिए सबसे महत्वपूर्ण (?) वेब साईट ऑरकुट के आंकडे बताते हैं कि-
 ऑरकुट का ९८.८%(यानी ९९%) प्रयोग भारत में तथा १.२% में बाकी दुनिया.यानी भारत का सबसे सुपरहिट वेबसाईट-ऑरकुट.(अलेक्सा रेटिंग पर आधारित).

क्या होता है ज्यादा ऑरकुट पर?
         ऑरकुट फ्री-एक्सेस सोशल नेट वर्किंग साईट है, यानि इस पर कोई भी आ-जा सकता है.इसकी स्थापना २२ जनवरी 2004 को गूगल के द्वारा की गई थी.इसका नाम गूगल कंपनी में कार्यरत ऑरकुट बुयुकोक्तेन के नाम पर रखा गया जो इसके रचियेता थे. दरअसल इसकी रचना के पीछे उद्येश्य इन्टरनेट यूजर्स के बीच जानकारी बांटना अधिक और परिचितों की स्थिति की जानकारी लेना ही रहा होगा,पर अधिकाँश लोग इसका दुरूपयोग तो कर ही रहें है,साथ ही साथ ही इसकी लत ने  लाखों भारतीय युवाओं को बर्बादी के कगार पर ला कर खड़ा कर दिया है.स्टूडेंट्स और युवाओं का कीमती समय जो उनके विषयों के अध्ययन व अनुसंधान में लगाना  चाहिए,'मनोरंजन भी जरूरी है'के नाम पर वो घंटो व दिन भर अपना समय ऑरकुट पर बर्बादकरते हैं और अक्सर ठगी,धोखे आदि का शिकार हो जाते हैं.साईबर क्राईम के अध्ययन के दौरान तो मुझे कई ऐसी जानकारी मिली कि ऑरकुट के जरिये कई लड़के-लडकियां  ठगी,धोखे के अलावे हत्या और बलात्कार तक का शिकार हो जाते  हैं.ऑरकुट जैसी सोशल नेट वर्किंग  साईट का ये दर्दनाक सच इन्टरनेट के ज्ञान के अभाव में युवक-युवतियों से शायद अब तक छुपा हुआ है,या फिर 'इन्टरनेट लत विकार'(Internet addiction disorder ) से अधिक मात्रा  में पीड़ित होने के कारण वे जानकारी होने पर भी अपने ऊपर संयम नहीं रख पाते है.दरअसल ऑरकुट पर फेक प्रोफाइल की भी भरमार है.नकली खाता खोलने का ही उद्द्येश्य धोखा देना है.
मेरा ये कहना बिलकुल नहीं है कि ऑरकुट पर खाता नहीं खोलना चाहिए,ऑरकुट एक अच्छे वेबसाइट के रूप में भी उपयोग में लाया जा सकता है,और कुछ लोग ऐसा कर भी रहे हैं,पर क्या स्टूडेंट्स आदि विकिपीडिया,याहू आंसर ,ई -बुक्स,गूगल लाइब्रेरी,टेक रिपब्लिक ,यूजिंग इंग्लिश,रेपिड शेयर,जोहो,स्क्राईब्द जैसे हजारों जानकारी से भरे साइट्स का उपयोग कर रहे हैं? 

सबसे ज्यादा क्या करते है युवा ऑरकुट पर? 
पहले तो लड़के-लड़कियां  अपना अकाउंट खोलते हैं,फिर शुरू होता है अन्य लड़के-लड़कियों के प्रोफाइल कि खोज,जहाँ बहुत सारी मात्राओं में फ़िल्मी नायक-नायिकाओं कि तस्वीर वे अपनी जगह  लगाये होते  हैं जो एक-दूसरे को आकर्षित करने के लिए होते है.फिर अच्छे प्रोफाइल वाले को वे मित्रता के लिए प्रार्थना करते हैं,उधर से भी अगर प्रोफाइल पसंद आ जाता है तो दोनों मित्र बन जाते हैं और तब शुरू होता है-स्क्रैप  का सिलसिला,जी हाँ!यहाँ मैसेज के आदान-प्रदान को स्क्रैप ही कहा जाता है.फिर निजी संदेशों से सम्बन्ध बढ़कर निजी मुलाकातों तक भी कभी-कभी पहुच जाता है,नकली प्रोफाइल पर आधारित लोग जब आमने सामने आतें हैं तो संवेदनशील कोई पक्ष ठगा सा महसूस करता है.सेंटिमेंट में बहा कर बहुत सी निजी जानकारी लेकर उन्हें क्राइम का शिकार तक बनाया जाता है.कुल मिलाकर ये कहा जा सकता है कि यहाँ भारत के युवा सबसे ज्यादा समय बर्बाद करते हैं.
आज भारत में शायद ही कोई  युवा (खासकर लड़का) होगा,जो
इन्टरनेट का औसत प्रयोग करता हो,और उसका ऑरकुट पर खाता न हो,और इनमे से बहूत  ऐसे भी हैं जो अपनी पढाई-लिखाई को ताक पर रख कर ऑरकुट में ही अपना भविष्य तलाशते नजर आते हैं.आज आपको भारतीय समाज में बहुत सारे पुराने यूजर्स ये पूछते हुए नजर आ सकते हैं,"ऑरकुट पर अकाउंट बनाया क्या?" 
           आइये एक नजर डालते हैं इससे सम्बंधित कुछ और तथ्य पर :
  १.अगर आप गूगल सर्च (जिसके द्वारा ऑरकुट संचालित किया जाता है)पर ही 'ऑरकुट मिसयूज'सर्च करें तो गूगल सर्च आपको कुल ८७,८०० लिंक इससे सम्बंधित उपलब्ध कराएँगे.
  २.एक ताज़ी घटना के लिए नीचे के लिंक को क्लिक करें-
       अ. Orkut misuse -be -aware
  इसके अलावे आप सैकड़ों लिंक इन्टरनेट पर पा सकते हैं,जो बतातें हैं कि इस ऑरकुट कल्चर में अगर आप अपने को इन्टरनेट के दुरूपयोग से बचा कर  इन्टरनेट का सदुपयोग कर पातें हैं तो देश के लिए आप एक बड़ा काम कर पाने में सक्षम हो सकेंगे.                                                                             

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